Bhulekh khasra भूलेख खसरा क्या है ?

      

khasra

Bhulekh khasra  भूलेख खसरा क्या है  ? 

- खसरा किसान के पास जो भी भूमि होती है उस भूमि या भूमि के टुकड़े का क्रमांक होता है जिसे खसरा कहते है I

     एक भूमिस्वामी के पास खसरो की संख्या एक से अधिक भी हो सकती है जो उसकी ऋण-पुस्तिका में लिखी होती है प्रतेक खसरा का एक रकबा होता है I पहले के समय में यह जानकारी हस्तलिखित रिकॉर्ड में हलके के कर्मचारी पटवारी PATWARI के पास होती थी जिसे किसान कभी भी देख सकते थे किन्तु उन्हें पटवारी के पास जाना पड़ता था I

    आज क DIGITAL दौर में कंप्यूटर COMPUTER RECORD हो गया है जो इन्टरनेट पर है कोई भी किसान किसी भी समय अपना रिकॉर्ड घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से देख सकता है I

 कंप्यूटर खसरे के सबसे ऊपर लिखा होता है की भूमि किस तहसील की है एवं कोन सा राजस्व मंडल है व कोन सा पटवारी हल्का है

    खसरे में कुल 12 कोलुम होते है जिसमे  कोलोम 1 में खसरा नम्बर , कोलम 2 में खसरा का रकबा ,कोलम 3 में किसान का नाम एवं उस रकबे का राजस्व , कोलम 5 में बोई गई फसल का नाम ,कोलम 6 में बोई गई फसल का रकबा,  कोलम 12 में उस खसरे में स्थित सिचाई की स्थिति ,बैंक के कर्ज की जानकारी,पेड़ पोधो की जानकारी I

घर बैठे ऑनलाइन खसरा नक्शा खतोनी  देखने के लिए यहाँ  click here ...

ebhulekhgyan में आप यह भी पढ़ सकते है -

खसरे से सम्बंधित प्रश्नावली

    यदि खसरे में किसी किसान के स्थान के नाम पर किसी शासकीय भूमि, किसी मंदिर , मस्जिद या किसी संस्था का नाम भी हो सकता है?

    या फिर किसी शासकीय निकाय या उसके प्रमुख का नाम भी लिखा हो सकता है?

    शासन और किसी संस्था प्रमुख के नाम लिखे होने में अंतर है  जैसे किसी राज्य जैसे मध्यप्रदेश शासन की भूमि मतलब राज्य सरकार की भूमि है I किन्तु यदि लिखा है की  संचालक ,कृषि विभाग केंद्र  मतलब यह भूमि कृषि विभाग द्वारा राज्य शासन से नामांतरित कराई गई है इसमें सिर्फ कृषि विभाग का स्वामित्व है I

यह की खसरा में कृषि भिन्न आशय लिखा होने का क्या मतलब है ?

    हम यह जानते है की किसान भूमि फसल उगाने के लिए प्रयोग करता है जिसे कृषि भूमि कहते है एवं उस भूमि का राजस्व या लगान कृषि भूमि का होता है , अब सोचिये यदि हम उस भूमि का कृषि के आलावा दुसरे उपयोग में करने लगे जैसे किसी ठेकेदार को टावर लगाने के लिए , ढाबा खोलने  क लिए, कोई फक्ट्री खोलने के लिए, मकान  बनाकर रहने के लिए ,या अन्य कोई भी रूप जिससे कृषि न हो सके I तब इस प्रकार की भूमि के खसरे में कृषि भिन्न आशय लिखा जाता है I जिसका किसान को डायवरसन या भूमि व्युप्वर्तन करना पड़ता है I

Comments