CCE - Croap cutting Experiment ( फसल कटाई प्रयोग )
फसल कटाई harvesting या कटनी
जैसा की हम जानते है की किसान खेत में फसल बोता है यह मुख्यता दो प्रकार की है रबी एवं खरीफ कही कही उन्हारी की फसल होती है खेतो में तैयार फसल को काटकर इकठ्ठा किया जाता है इसके बाद थ्रेशिंग और भण्डारण किया जाता है I
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CCE फसल कटाई प्रयोग की आवयकता
देश की औसत पैदावार की गड़ना एवं फसल क्षति की गड़ना , एवं बीमा लाभ के गड़ना के लिए फसल कटाई प्रयोग किया जाता है I
कार्य संपादन
पहले मैनुअली प्रयोग कर आंकड़े निकाले जाते थे आंकड़ो में गड़बड़ी व किसानो को फसल बीमा का लाभ न मिल पाने के कारण शिकायत रहती थी इसलिए मोबाइल एप तैयार किया गया I पूरे देश में अलग अलग फसल बीमा योजना होने के बजाय पूरे देश में प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना को लागू किया गया है एवं फसल उतपादन की गड़ना आंकड़ो एवं फसल बीमा की एकरूपता के लिए मोबाइल एप बनाया गया है
1. पहले
पहले के समय में मेनुअली तहसील में हल्का पटवारी एवं कृषि विभाग द्वारा शासन से प्राप्त रेंडम नम्बर के आधार पर चयनित कृषको के खेत का चयन करके 5X5=25 वर्ग मीटर में निर्धारित फसल की कटाई कर प्राप्त फसल के वजन को एक निर्धरित गड्तीय फार्मूला एवं शासन के मानक पैदावार मापांक के आधार पर आनावारी की गड़ना की जाती थी और औसत पैदावार की गड़ना की जाती थी
इस प्रक्रिया में कई प्रकार की त्रुटियों की सम्भावना थी एवं हल्का एवं तहसील व जिला स्टार पर पैदावार में भिन्नता होती थी , साथ ही फसल बीमा के लाभ में अंतर की सम्भावना रहती थी i
अब
कमी को दूर करते हुए CCE एप या मोबाइल एंड्राइड एप saara app का निर्माण किया गया -
CCE एप या मोबाइल एंड्राइड एप की प्रक्रिया
इस प्रक्रिया में पटवारी एवं कृषिविभाग के कर्मचारी (ग्रामसेवक) के फ़ोन पर यह एप्लीकेशन अपलोड किया जाता है जिसमे पटवारी एवं ग्रामसेवक दोनों के मोबाइल में ही शाशन द्वारा निर्धरित किये हुए प्रयोगों की सूची उपलब्ध होती है जिसमे ग्राम का नाम , किसान का नाम खसरा नम्बर उल्लेखित रहता है I
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किस तरह होगी फसल कटाई पप्रयोग की कार्यवाही
मोबाइल के माध्यम से यह प्रक्रिया दो भागो में पूरी की जाती है -
- पार्ट 1 - फसल कटाई के बाद

सम्बंधित कर्मचारी उस किसान को प्रयोग दिनांक के पूर्व सूचित करेगा निर्धारत दिनांक को पटवारी , ग्राम सेवक , एवं फसल बीमा कर्मचारी किसान की उपस्थिति में प्रयोग की पुरानी प्रक्रियानुसार 5X5=25 वर्ग मीटर क्षेत्र पर फसल कटाई कर मोके की फोटो मोबाइल से अपलोड करेंगे साथ ही गीली फसल का वजन एप में दर्ज करेंगे और कटी हुई फसल सम्बंधित किसान या ग्राम कोटवार की सुपुर्दगी में देंगे i
पार्ट 2 फसल सूखने (सुखवन ) के बाद - 10-15 दिन का समय देकर फसल सूखने के बाद पुन प्राप्त सूखी फसल की तौल कर एप के माध्यम से अपलोड करेंगे I
इस व्यवस्था से क्या लाभ है
?
मोबाइल फ़ोन से प्रयोग की सारी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ होती है जो प्रदेश स्तर से लेकर जिले के अधिकारियो की निगरानी में होती है
मोके की फोटो अपलोड की जाती है जो GPRS युक्त होती है अर्थात जिस खसरा नम्बर का प्रयोग होना है उसी नम्बर की फोटो अपलोड करनी पड़ेगी
गड़ना का सारा कार्य मोबाइल एप द्वारा किया जाता है जिससे सही परिणाम आते है देश में फसल पैदावार के सही आंकड़े मिलते है
फसल क्षति में एकरूपता होने से फसल बीमा में भी एकरूपता मिलती है
CCE में किसान की भूमिका एवं दायित्व –
CCE मुख्यता किसानो से जुडा हुआ प्रयोग है I किन्तु जानकारी के आभाव में इसे महत्त्व नहीं दिया जाता दूसरा यह भी भ्रान्ति है की यह हमारा कम नहीं है ये तो कर्मचारियों की जिम्मेदारी एवं खानापूर्ति वाला कार्य है i लेकिन नहीं जब तक किसान ईमानदारी से जिम्मेदारी समझ कर सहयोग नहीं करेंगे देश की पैदावार के वास्तविक आंकड़े नहीं मिल पाएंगे न ही फसल क्षति की स्थिति में एकरूपता के साथ बीमा योजना का लाभ मिल पायेगा I जैसा की बताया है कर्मचारियों की एप में ग्रामो के खसरा नम्बर सहित उक्त किसान की सूची प्रदर्शित होती है पटवारी या कृषि विभाग के कर्मचारी प्रयोग दिनांक के पूर्व उस किसान को सूचित करते है की आपकी उक्त आराजी में कटाई प्रयोग इस दिनांक को निर्धारित है जिसमे किसान की निम्न भूमिका एवं दायित्व बनते है –
- उक्त निर्धारित दिनांक को अपने खेत पर कटाई सामग्री के साथ उपस्थित रहना हो सके तो 2–3 सहयोगी रखे I
- CCE क्षेत्र में निकली फसल को अगले सूखने तक के प्रयोग के लिए सुरक्षतित रखे एवं सूखने के बाद सम्बंधित कर्मचारी को सूचित करे ताकि सूखने के बाद प्राप्त फसल का वजन किया जा सके I
- यदि किसान के सहयोग से ईमानदारी से प्रयोग किये जायेंगे तो एप के माध्यम से पारदर्शिता पूर्ण सही आंकड़े आयेंगे जिससे पैदावार के सही आंकड़े प्राप्त होंगे और साथ ही एकरूपता से प्रधानमंत्री फसल बिमा योजना का लाभ मिल पायेगा I
संक्षेप में, पूरे देश में इसी तरह के छोटे छोटे प्रयोग कर सभी आंकड़ो को इकठ्ठा किया जाता है फिर जिले, प्रदेश फिर देश की फसल पैदावार के आंकड़े प्राप्त होते है I
पोस्ट कैसा लगा सुझाव के साथ कमेंट करे .. साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोग इसे समझ सके इसलिए शेयर जरूर करे . धन्यवाद
Ok
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